खबर , नई दिल्ली , बुधवार , 17-10-2018
सारिका पंकज
मानवेन्द्र सिंह ने २२ सितम्बर को जब भाजपा से विदा लिया था तभी राजनैतिक गलियारों में राजपूत लॉबी में सरगर्मियां तेज़ हो गयीं थीं |जिसका आज पटाक्षेप हो गया एक परंपरा एक विरासत को मानवेन्द्र सिंह ने नकारते हुए कांग्रेस का दमन थमा है |एक विश्वश्निये भाजपाई ने अगर पाला बदला है तो क्या इस से आने वाले लोक सभा चुनाव और अभी तत्काल प्रभाव से vidhan sabha चुनाव के निष्कर्ष पता लगाया जा सकता है ? ये एक बार सवाल है ....मगर इंतज़ार और भाजपा के सुरमा माने जाने वाले रणनीतिकारो के नीतियों की असल परीक्षा अब है |देखते सुनते और पढ़ते रहिये हमारे साथ उचित वक्ता के उचित शब्दों के साथ |