खबर , पटना, रविवार , 25-08-2019
मुख्य संवाददाता
पटना लॉ कॉलेज के 9 बार स्वैच्छिक रक्तदान करने वाले पटना लॉ कॉलेज के NSS ग्रुप लीडर छात्रों और युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत्र बने हैं। उनका कहना है कि हमारा नैतिक एवं सामाजिक कर्तव्य है कि नि:स्वार्थ भावना से रक्तदान करें। संकल्प लें कि किसी रोगी की मौत रक्त न मिलने के कारण नहीं होने देंगे। रक्तदान हेतु अन्य लोगों को प्रेरित करें और जरूरतमंद लोगों में नवजीवन का संचार हेतु इस अभियान में अपनी भागीदारी अवश्य निभाएं। विश्वजीत कुमार एक ऐसी शख्शियत हैं ,जो अपने 25 वर्ष की उम्र में अब तक 9 बार रक्तदान कर चुके हैं और आखिरी दम तक महादान की इस सेवा में जुटे रहना अपना संकल्प मानते हैं। 9वां रक्तदान उन्होंने अपने जन्मदिन और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत ब्लड बैंक में किया ।
विश्वजीत कुमार रक्तदान महादान पुण्यात्मक कार्य पिछले 4 वर्षों किया है | सबसे पहले जयप्रभा में उन्होंने रक्तदान किया था। रक्त दान को अपना आदर्श बनाने वाले विश्वजीत के अनुसार रक्तदान महादान, रक्तदान पूजा समान | श्रेष्ठ कर्म है तथा प्रत्येक इंसान को इंसानियत की खातिर अपने जीवन में रक्तदान करना ही चाहिए। रक्तदान मानवता के लिए सबसे श्रेष्ठ दान है| और उन्होंने कहा जीते जी रक्तदान और मरणोपरांत अंगदान | रक्तदान बारे जनसाधारण में मौजूद भ्रांतियों के निराकरण के लिए समाजसेवी संस्थाओं को रक्तदान एवं इसका महत्व विषय पर समय-समय पर कार्यक्रम आयोजन करना चाहिए।