खबर , , चयन करें , 28-05-2021
एक दिन के अंतराल के बाद गुरुवार को कोरोना का रौद्र रूप एक बार फिर सामने आया। इलाज के दौरान नौ मरीज कोरोना की भेंट चढ़ गए। जिले में कोरोना के नियंत्रित होने के दावों के बीच रोजाना कई मरीज काल के गाल में समा जा रहे हैं। वहीं, रोजाना मिल रहे कोविड-19 के नए मरीजों की संख्या को देखते हुए लोगों को अधिक से अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। मन में हरगिज यह भ्रम नहीं पालें कि कोरोना का खतरा अब टल चुका है। जरा सी लापरवाही बरतना काफी भारी पड़ सकती है। गुरुवार को नौ में से छह मरीजों की मौत डीएमसीएच में हो गयी। इनमें जिले के अलीनगर प्रखंड निवासी भी शामिल हैं। इनके अलावा सुपौल के तीन व समस्तीपुर, मधुबनी व सीतामढ़ी के एक-एक मरीज की भी मौत डीएमसीएच में हो गयी। वहीं दूसरी ओर शहर के अलग-अलग निजी अस्पतालों में शहर की दो महिलाओं ने दम तोड़ दिया। इनमें से दो क्रमश: नीम पोखर व पंडासराय की रहने वाली थीं। वहीं जिले में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में रोजाना थोड़ा-बहुत उतार चढ़ाव हो रहा है। बुधवार को जिले में कोरोना के 117 मरीज सामने आए थे। पिछले 24 घंटे के दौरान 91 नए मरीजों की पहचान की गई है। सरकारी स्तर पर की गई जांच में 39 मरीजों की पहचान की गई। वहीं निजी डायग्नोस्टिक केंद्रों में जांच में 52 मरीज सामने आए। जिले में फिलहाल कोरोना के 571 एक्टिव केस हैं। इनमें से 516 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। गुरुवार को 61 मरीज स्वस्थ हुए। एक दिन के अंतराल के बाद भीगो स्थित मुक्तिधाम में गुरुवार को फिर चिता जली। एक निजी अस्पताल में दम तोड़ने वाली महिला का वहां अंतिम संस्कार किया गया।
युवा जदयू के प्रखंड अध्यक्ष मोनू चौधरी के 58 वर्षीय पिता शुभ चन्द्र चौधरी की मौत गुरुवार को हो गयी। वे 10 दिन पूर्व कोरोना संक्रमित हो गये थे। उनका इलाज सकरी के एक निजी क्लीनिक में कराया जा रहा था। इसी दौरान स्थिति बिगड़ने पर उन्हें दरभंगा के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहां बुधवार को उनकी मौत हो गयी। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। मुखिया कुमारी पल्लवी ने बताया कि उनके असामयिक निधन से पंचायत को काफी क्षति हुई है।