बिहार में बाढ़ का कहर जारी,अब तक 33 की मौत

खबर , पटना , मंगलवार , 16-07-2019


Bihar-Flood

निरंजन

नेपाल और उत्तर बिहार में हो रही बारिश के कारण राज्य के 12 जिले में बाढ़ का कहर कम नहीं हो रहा है। शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चम्पारण, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, कटिहार व पूर्णिया की 27 लाख से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में है। बागमती, कोसी, खैराई, महानंदा, कमला बलान, कोसी, अधवारा सहित अन्य नदियों में पानी बढ़ने के कारण मंगलवार को सैकड़ों नए गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। बाढ़ का पानी गांवों में आने के कारण लोग सड़कों पर आसरा ले रहे हैं। उत्तर बिहार के नेशनल हाईवे पर लोग अस्थाई आशियाना बनाकर डेरा डाल दिया है।

                         जल संसाधन विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में बागमती का पानी सीतामढ़ी के डुब्बाधर, कनसार/चंदौली, कटौंझा में खतरे के निशान को पार कर गया। मुजफ्फरपुर के बेनीबाद में बागमती खतरे के निशान को पार कर गयी। कमला बलान का पानी मधुबनी के जयनगर व झंझारपुर में खतरे के निशान को पार कर गया। अधवारा समूह की नदियों का पानी सीतामढ़ी के सुंदरपुर में खतरे के निशान से ऊपर चला गया। ललबकिया नदी का पानी पूर्वी चम्पारण के गोवाबारी में खतरे के निशान को पार कर गया। महानंदा का पानी पूर्णिया के ढेंगराघाट में खतरे के निशान को पार कर गया। कोसी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 172 सेंटीमीटर पर पहुंच गया। कटिहार में महानंदा का पानी कुरसैला, बाहरखाल, आजमनगर, धबौल, दुर्गापुर व गोविंदपुर में खतरे के निशान को पार कर गया। गंडक डुमरियाघाट में खतरे के निशान को पार कर गयी। अररिया में परमान नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है। यह खतरे के निशान से 142 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है। मौसम विभाग ने नदियों वाले इलाके में बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में उत्तर बिहार की लगभग सभी नदियों के पानी में वृद्धि की आशंका है। 





Leave your comment